इंडियन प्रीमियर लीग के लिए ऑक्शन हो चुका है. इस नीलामी में खिलाड़ियों के ऊपर जमकर पैसों की बारिश हुई है. कई खिलाड़ियों की तो चांदी भी हो गई. कुछ खिलाड़ी है जिन्हें निराश होना पड़ा क्योंकि, उन्हें किसी ने नहीं खरीदा. लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे रहे जिन पर जमकर टीमों ने पैसा बसाया. इन्हीं में से एक खिलाड़ी हैं, भारत के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के भतीजे मयंक डागर हैं और मयंक को सनराइजर्स हैदराबाद ने 1.8 करोड़ रुपए की मोटी रकम देकर खरीदा है.
मयंक को लेने के लिए भिड़ गए हैदराबाद और राजस्थान
मयंक की आईपीएल नीलामी में बेस प्राइस ₹20 लाख थी. उन्हें खरीदने के लिए सनराइजर्स हैदराबाद ने राजस्थान से जंग लड़ी. दोनों फ्रेंचाइजी की यही कोशिश थी कि वह अपने साथ इस ऑलराउंडर को जोड़ ले. लेकिन एक वक्त पर आकर राजस्थान पीछे हट गया और सनराइजर्स हैदराबाद ने मयंक को अपनी झोली में कर लिया. इससे पहले मयंक पंजाब किंग्स की टीम का हिस्सा थे.
डागर साल 2016 में अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में खेलने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे. उस साल भारतीय टीम ने ईशान किशन की कप्तानी में बांग्लादेश में खेले गए, वर्ल्ड कप के फाइनल में एंट्री की थी. इस टीम के कोच राहुल द्रविड़ थे, जो आज भारतीय मुख्य टीम के कोच है.खिलाड़ी ने साल 2016 में हिमाचल प्रदेश की टीम के लिए डेब्यू किया था. 2018 की हुई आईपीएल की मेगा ऑक्शन में पंजाब किंग्स ने उन्हें खरीदा था. लेकिन एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं दिया. इसके बाद वह अगले 4 साल तक गायब हो गए. लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद ने एक बार फिर उन पर दांव खेलकर सुर्खियों में ला दिया है
मयंक का बेहतरीन फिटनेस
आपको बता दें, कि मयंक उन खिलाड़ियों में शामिल है, जो अपने खेल से ज्यादा फिटनेस के लिए जाने जाते हैं. क्रिक्ट्रैकर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मयंक ने 2018 में यो-यो टेस्ट में विराट कोहली को भी पीछे छोड़ दिया था. इस साल मयंक ने यो-यो टेस्ट में 19.3 अंक हासिल किए थे. जो कि विराट कोहली के 19 अंक से ज्यादा थे. उन्होंने मनीष पांडे को भी पीछे छोड़ा है जिनका 19.2 अंक था.