अभी हाल ही में हुई पाकिस्तान क्रिकेट टीम और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में पाकिस्तान टीम को 3-0 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान क्रिकेट इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि पाकिस्तान टीम को क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा है, जिसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम को हर तरफ से आलोचनाओ का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर गेंदबाज दानिश कनेरिया ने बाबर आजम को लताड़ लगाते हुए एक ब्यान जारी किया है।
इंग्लैंड ने तीसरे टेस्ट मैच में पाकिस्तान को चटाई धूल
पाकिस्तान और इंग्लैंड टीम के बीच हुए तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे और आखिरी मैच में पाकिस्तान क्रिकेट टीम को 8 विकेट से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में पाकिस्तान क्रिकेट टीम की बॉलिंग यूनिट बेहद कमजोर नजर आई। जिसका फ़ायदा इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने बख़ूबी उठाया और सीरीज़ को अपने नाम कर लिया। हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर गेंदबाज दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान टीम की खराब बल्लेबाजी और साथ ही बाबर आजम की कप्तानी की आलोचना करते हुए एक ब्यान जारी किया है। अपने ब्यान में दानिश ने कहा है कि, पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मौजुदा बैटिंग यूनिट में किसी भी खिलाड़ी की तुलना भारत के महान खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा से नहीं करनी चाहिए।
विराट कोहली से तुल्ना करना बंद करो- दानिश कनेरिया
अपने आधिकारिक YouTube चैनल पर दानिश कनेरिया ने ब्यान देते हुए कहा की, “अब लोगों को कप्तान बाबर आजम की तुलना भारतीय टीम के विराट कोहली से बंद करनी होगी। विराट कोहली और रोहित शर्मा बहुत ही बड़े खिलाड़ी हैं और पाकिस्तान क्रिकेट टीम में ऐसा कोई भी खिलाड़ी नहीं है जो उनकी तुलना अपने से कर सके। अगर आप उनसे बात करेंगे तो वे और भी अच्छा बनने की कोशिश करेंगे, और जब आप उनको परिणाम देने के लिए कहते हैं तो वे खामोश हो जाते हैं।”
कप्तान के नाम पर जीरो है बाबर
अपने ब्यान में दानिश कनेरिया ने आगे कहा, “कप्तान के नाम पर बाबर आजम बिल्कुल जीरो है। वह पाकिस्तान टीम का नेत्रत्व करने के बिलकुल लायक नहीं है। खासकर जब टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं तब वे टीम का नेत्रित्व करने में नाकामयाब साबित होते हैं। श्रृंखला के दौरान इंग्लैंड टीम के बेन स्टोक्स और ब्रेंडन मैकुलम को देखकर बाबर को कप्तानी सीखनी चाहिए थी। बाबर अपने अहंकार को साइड में रखकर एक बार अपनी कैप्टेंसी के बारे में सरफराज अहमद से राय ले सकते थे, लेकिन ऐसा किया नहीं जिसका खमियाजा हम सभी को देखना को मिला है।”