भारत और बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला के पहले मुकाबले में भारतीय टीम ने बांग्लादेश को 188 रनों से हराकर दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बना ली है। पांचवें दिन का खेल आरंभ होने के समय बांग्लादेश का स्कोर 272 रनों पर 6 विकेट था परंतु इसके बाद भारतीय टीम के गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी करते हुए बांग्लादेश की टीम को 325 रनों पर ही सिमटा दिया। वहीं बांग्लादेश की ओर से कप्तान शाकिब अल हसन ने काफी संघर्ष किया परंतु वे बांग्लादेश की हार को बचा नहीं सके।
भारतीय टीम द्वारा मिली हार पर शाकिब अल हसन बनाया बहाना
मैच खत्म होने के बाद पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने कहा,
‘बल्लेबाजी के लिए यह व्हाट्सएप में अच्छा विकेट था, लेकिन हमने (पहली पारी में) अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। 5-6 महीने बाद खेलना हमारे लिए आदर्श नहीं था, लेकिन कोई बहाना नहीं होना चाहिए। हमने अपनी गलतियों को पहचाना और दूसरी पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। भारत ने जिस तरह से गेंदबाजी की, उसका काफी श्रेय जाता है। उन्होंने साझेदारी में गेंदबाजी की और काफी दबाव बनाया। (जाकिर हसन पर) वह घरेलू क्रिकेट में काफी रन बना रहा है, इसलिए चयनकर्ता ने उसे चुना। उम्मीद है, वह बांग्लादेश के लिए और अधिक शतक लगाएगा। अगर हमें टेस्ट मैच जीतना है तो पूरे 5 दिन अच्छी क्रिकेट खेलनी होगी। खासकर भारत के खिलाफ परिणाम हासिल करने के लिए हमें चार अच्छी पारियां खेलनी होगी।’
पहले टेस्ट मैच का ऐसा रहा पूरा हाल
भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रेयस अय्यर चेतेश्वर पुजारा और रविचंद्रन अश्विन की मदद से 404 रन बनाए। वहीं बांग्लादेश की ओर से तेज गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की। भारतीय टीम द्वारा दिए 404 रन के जवाब में उतरी बांग्लादेश की टीम केवल 150 रनों पर ही सिमट गई कुलदीप यादव ने सबसे अधिक 5 विकेट लिए।
अपने दूसरे पारी में बल्लेबाजी करने आए भारतीय टीम की ओर से शुभमन गिल तथा चेतेश्वर पुजारा ने शानदार शतक लगाया और भारतीय टीम ने बांग्लादेश को 513 रनों का विशाल लक्ष्य दिया। वहीं लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की दूसरी पारी की शुरुआत बेहद शानदार है। इसके बाद बांग्लादेश का विकेट के गिरने का अंतराल लगातार चलता रहा परंतु आखिर में कप्तान शाकिब अल हसन ने कुछ जुझारू पारी खेली भारत व बांग्लादेश की हार को नहीं बचा पाए।