2 दिसंबर शुक्रवार को महाराष्ट्र और सौराष्ट्र की टीम के बीच विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट का फाइनल मैच खेला गया. टॉस जीतकर पहले सौराष्ट्र की टीम ने गेंदबाजी करने का फैसला लिया। पहले बैटिंग करने उतरी महाराष्ट्र की टीम ने ऋतुराज की शतकीय पारी की बदौलत सौराष्ट्र टीम के सामने निर्धारित 50 ओवर में 248 रनों का स्कोर खड़ा किया। जवाब में सौराष्ट्र टीम की तरफ से बैटिंग करते हुए शेल्डन जैक्सन ने लाजवाब शतक जड़कर सौराष्ट्र टीम को विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट का चैंपियन बना दिया। सौराष्ट्र टीम की तरफ से गेंदबाजी करते हुए चिराग अविश्वसनीय हैट्रिक ले ली जो कि अब काफी ज्यादा सुरखियों में है।
चिराग ने लिया अविश्वसनीय हैट्रिक
टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी महाराष्ट्र टीम की शुरुआत बहुत खराब हुई, टीम का ओपनिंग बैट्समैन पवन शाह जल्दी ही केवल 4 रन बनाकर शर्मनाक तरिके से आउट हो गए। एक तरफ महाराष्ट्र टीम की विकेट लगातार गिरती जा रही थी तो दूसरी तरफ टीम की कमान संभालें ऋतुराज गायकवाड़ खड़े थे। ऋतुराज ने 131 गेंद का सामना करते हुए 7 चौके और 4 छक्कों की मदद से 108 रनों की शतकीय पारी खेली। ऋतुराज के अलावा उनकी टीम का कोई भी बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन दिखा नहीं पाया, जिस वजह से महाराष्ट्र टीम ने सौराष्ट्र टीम के सामने निर्धारित 50 ओवर में 248 रन का स्कोर खड़ा किया।
पहली इनिंग के दौरान सौराष्ट्र की टीम की तरफ से बॉलिंग कराते हुए चिराग जानी ने अविश्वसनीय तारिके से हैट्रिक ले ली। चिराग ने 49वें ओवर में लगतार तीन विकेट हासिल करके विजय हजारे टूर्नामेंट के फाइनल मैच में हैट्रिक लगाने का रिकॉर्ड बनाया है। अपने ओवर के दौरान चिराग ने पहली दो गेंद पर सौरभ नवाले, राजवर्धन हैंगरगेकर को आउट कर दिया और फिर अपनी तीसरी बॉल पर विक्की ओस्तवाल को LBW आउट करके अपनी हैट्रिक को अंजाम दिया। इस मैच में गेंदबाजी कराटे हुए चिराग ने अपने निर्धारित 10 ओवर में 43 रन देकर 3 विकेट हासिल की है। इसके अलावा प्रेरक मनकाड, उनादकट और पार्थ ने 1-1 सफलताएं हासिल की।