इस बार भारतीय क्रिकेट टीम आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2022 के लिए ऑस्ट्रेलिया में है। अपने पहले विश्व कप के मैच में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को चार विकेट से हराकर 27 अक्टूबर को नीदरलैंड क्रिकेट टीम के साथ मैच खेलने के लिए सिडनी पहूची थी और आज मैच में इंडिया जीत भी गयी लेकिन मैच से पहले भारतीय क्रिकेट टीम के साथ बहुत ज्यादा भेदभाव किया जा रहा है। पहले तोला भारतीय टीम को नीदरलैंड के खिलाफ मैच से पहले, अभ्यास मैदान उनके होटल से 42 किलोमीटर दूर दिया गया जिससे खिलाड़ी काफ़ी ज्यदा अस्तुष्ट दिखें। उसके बाद जब भारतीय टीम अभ्यास करने के बाद, खाना खाने होटल पाहुची तो उन्हे ठंडा खाना परोसा गया।
टी20 वर्ल्ड कप: असल में यह था पुरा मामला
भारतीय क्रिकेट टीम अपना अगला टी20 वर्ल्ड कप का मैच नीदरलैंड के खिलाफ खेलने के लिए सिडनी जा पहुंची है, जहां उन्हे खराब लंच खाने को दिया गया। दरअसल, जब इंडियन टीम प्रैक्टिस सेशन पूरा करने के बाद लंच करने के लिए खिलाड़ियों के पारोसे गए खाने में नखुन निकल गया। भारतीय खिलाड़ी का कहना है की उन जो खाना दिया गया था उसमें गुणवत्ता बेहद ही खराब थी और वह खाना पूरी तरह से ठंडा था। इस मामले को गंभीरता से लेते हुये बीसीसीआई ने इसकी शिकायत आईसीसी को की थी। लेकिन अब तक आईसीसी ने इस मामले में कोई करवायी नहीं की है।
भारतीय टीम से किया जा रहा है कई सालो से भेदभाव
ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम के साथ कई सालो से भेदभाव किया जा रहा है। इससे पहले साल 1983 के विश्व कप में भारतीय टीम को काफी परेशनियों का सामना करना पड़ा था। टीम के मैनेजर पीआर मानसिंह बताते हैं कि मुझे लगा की हमारे कुछ खिलाड़ी शाकाहारी है और इंग्लैंड में दोपहर के भोजन के लिए किसी भी शाकाहारी खाने की व्यवस्था नहीं की गई थी। जिस्की वजः से हमें वहा सलाद ब्रेड और बिस्किट से काम चलाना पड़ा।
उसके बाद साल 2014-15 के दौर की एक घाटना भी कुछ इसी तरह है, जहान ऑस्ट्रेलिया के मुख्य भारतीय क्रिकेटरों को भोजन बिलकुल पसंद नहीं आया था जिसके लिए खिलाड़ियों को स्टेडियम के बाहर जाकर खाना खरीद कर खाना पड़ा था।