दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी स्पिनर इमरान ताहिर ने मंगलवार को पाकिस्तानी के जूनियर युवा लीग के खिलाड़ियों के साथ बातचीत के दौरान अपना दर्द व्यक्त करते हुए कहा कि विभिन्न स्तरों पर लगातार प्रदर्शन करने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर पाकिस्तान टीम का प्रतिनिधित्व करने का उनका सपना अधूरा रह गया.’दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी स्पिनर इमरान ताहिर ने आगे कहा कि, जहां तक वह है वहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है।
इमरान ताहिर ने दर्द किया बयान
आपको बता दें कि इमरान ताहिर का जन्म पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था. 43 वर्षीय इमरान ताहिर ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान के लिए नहीं चुने जाने पर उन्होंने हार नहीं मानी और आगे बढ़ते रहें. ताहिर ने पाकिस्तान जूनियर लीग (पीजेएल) के चल रहे संस्करण में बहावलपुर रॉयल्स के मेंटर के रूप में बातचीत करने के दौरान अपनी कहानी सुनाई।
इमरान ने कहा,”मैंने अपने जीवन में कभी हिम्मत नहीं हुई है. मैंने दुकानों पर पैकिंग का काम भी किया है. कोई मुझे गेंदबाजी करने के लिए नहीं बुलाया. ट्रायल में मुझसे पूछा गया कि मुझे किसने भेजा है. मैंने पाकिस्तान में हर स्तर पर सफलतापूर्वक खेला है. लेकिन देश का प्रतिनिधित्व करने का सपना साकार नहीं हुआ।”
उन्होंने आगे कहा कि,”मुझे मौका देने के लिए मैं दक्षिण अफ्रीका का शुक्रगुजार हूं. मुझे मौका मिल रहा था और जब यह मुझे दिया गया तो इसका फायदा मिला. मैं कि क्रिकेटरों को सलाह दूंगा की, कभी भी हिम्मत ना हारे और अवसरों की तलाश करें. मैं दुनिया के लिए एक उदाहरण हूं मैं पिछले 22 सालों से क्रिकेट खेल रहा हूं।”