भारतीय टीम में कई ऐसे खिलाड़ी रहे हैं, जो कब आए और कब चले गए, पता ही नहीं चला। टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपनी छाप नहीं छोड़ पाते हैं और कई खिलाड़ियों को शानदार खेल दिखाने के बाद भी टीम में मौका नहीं मिल पाता है। आज हमें ऐसे ही खिलाड़ी की बात करने जा रहे हैं जिसे विराट कोहली जब भारतीय टीम के कप्तान थे।
तब उन्होंने उस ऑलराउंडर खिलाड़ी को लगातार टीम से बाहर रखा। वह खिलाड़ी पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के काफी खास माने जाते थे, परंतु हाल ही में इस खिलाड़ी ने घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्राफी में दोहरा शतक लगाकर हर किसी की बोलती बंद कर दी है और एक बार फिर पूरी तरह से चर्चा में छा गए हैं।
इस खिलाड़ी ने लगाया दोहरा शतक
हम भारतीय टीम के जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं बल्कि भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज केदार जाधव हैं, जिन्हें विराट कोहली के भारतीय टीम का कप्तान बनते ही टीम से बाहर रखा जाने लगा। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि विराट कोहली ने कभी भी उन पर ज्यादा भरोसा नहीं जताया और उन्हें अपने आप को साबित करने का ज्यादा मौका नहीं दिया,
जिस वजह से आज वह भारती टीम के लिए एक गुमनाम खिलाड़ी बन चुके हैं, परंतु हाल ही में इस खिलाड़ी ने घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी में अपने बल्ले से कहर मचाना हैं। केदार जाधव ने रणजी ट्रॉफी में महाराष्ट्र की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए 283 गेंदों में नाबाद 271 रन बनाए।
धोनी की कप्तानी में चमकी थी किस्मत
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में जिस केदार जाधव को पूछा तक नहीं गया उन्हें महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में काफी बार मौका दिया जा रहा था। इतना ही नहीं उन्होंने दिए गए मौके का सही इस्तेमाल किया और वह टीम के लिए मुश्किल समय में रन बनाते थे तथा सही समय पर विकेट भी निकालते थे।
आज उस खिलाड़ी की स्थिति यह है कि भारतीय टीम में अब उनकी वापसी लगभग नामुमकिन सा हों गया है, जिस वजह से वह संन्यास के मुहाने खड़े हैं। इन सब में सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि इन्होंने कई बार भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया इसके बावजूद भी टीम के चयनकर्ताओं ने इन पर पलटकर नहीं देखा।
केदार जाधव का इंटरनेशनल करियर
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज केदार जाधव ने भारतीय टीम के लिए अभी तक 83 वनडे मैच खेलते हुए 1389 रन बनाए। इसके अलावा उन्हें भारतीय टीम के लिए केवल 9 टी-20 मैच खेलने का मौका मिला। वहीं उन्होंने 79 फर्स्ट क्लास मैच के दौरान कुल 13000 से अधिक रन बनाए और इस बात का उदाहरण मौजूदा समय में रणजी ट्रॉफी में उनका शानदार प्रदर्शन है कि अब यह खिलाड़ी अपनी लय में वापस आ चुके हैं