आखरी ओवर में जीत के लिए चाहिए केवल और केवल 8 रन इस प्रकार के मोमेंट लिमिटेड ओवर के मैचेस में काफी बार हम सभी को देखने को मिले हैं। इस टेस्ट मैच का नतीजा इस प्रकार का हो ऐसा आज तक कभी भी क्रिकेट इतिहास में नहीं हुआ है. क्रिकेट फैंस के रोंगटे खड़े करके रख देने वाला यह मैच क्राइस्ट के मैदान में खेला गया जहाँ पर नेवजीलैंड क्रिकेट टीम और श्रीलंका क्रिकेट टीम के बीच भिड़ंत हुई.
वर्ल्ड टेस्ट हिस्ट्री के 146 साल में पहली बार किसी टीम को इतने रोमांचक तरीके से जीत मिलती हुई देखी गई है. आप सभी के मन में एक ख्याल उठ रहा होगा की हम आख़िरकार केस रिकॉर्ड के बारे में बात कर रहे हैं? क्यूंकि नूज़ीलैण्ड क्रिकेट टीम से पहले भी लास्ट गेंद पर कई टीमें जीत चुकी है लेकिन इस मैच में न्यू जीलैंड टीम की जीत को देखने के बाद सभी का मुंह खुला का खुला रह गया है.
काफी ज्यादा रोमांचक रहा लास्ट ओवर
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें की अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट के 146 सैलून में कुल मिलकर 2499 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं. और इतिहास में पहली बार कोई टीम आखरी गेंद पर बोय के राण से कोई मैच जीत कर अपने नाम की है. हम आपको बता दे की नूज़ीलैण्ड क्रिकेट टीम को लास्ट ओवर में केवल एक रनों की जरुरत थी जीतने के लिए. विरोधी टीम की तरफ से बोलिंग कर रहे अथिसा फर्नांडो ने केन विल्लियम्सन को एक बाउंसर बॉल फेंकी जो की उनके बेड पर टच नहीं हुई. वह गेंद सीधा पीछे खड़े डिकवेला के ग्लव्स में गई. उन्होंने तुरंत एक थ्रो मारा और बॉलर फर्नांडो ने नो-स्ट्राइकर पर थ्रो मारा.
हम आपको बता दें कि गेम जरूर स्टाम्प पर लगी लेकिन तब तक केन विल्लिआंसों क्रिस के अन्दर आ चुके थे और जिसके कारण नेवजीलैंड क्रिकेट टीम बाये किरण की मदद से मैच को जीत कर अपना नाम कर पाई.
इसके साथ ही साथ हम आपको यह भी बता दे की सल 1948 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने भी टेस्ट मैच की आखिरी गेंद पर साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ खेलते हुए जीत को अपने पाले में लाया था. इंग्लैंड टीम के बल्लेबाज़ ने यह रन भी बल्ले से बिना बनाया था. इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बल्लेबाज़ ने आखिरी गेंद पर लेग बाई की मदद से रन लेकर अपनी टीम को जीत दिलाई थी. अब आपको बता दे कि उसे समय इंग्लैंड टीम की तरफ से क्लिप ग्लैडविन बैटिंग कर रहे थे. उसके बाद अब केन विल्लियम्सन ने कुछ इसी प्रकार का कारनामा करके अपनी टीम को जीत दिलाई है.