अब तक तो आप सभी इस बात से भली भाति अवगत हो चुके होंगे कि, भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज भारत में खेली जा रही है. वहीँ दूसरी तरफ भारतीय घरेलु क्रिकेट टूर्नामेंट यानि की रणजीत ट्रॉफी टूर्नामेंट के चैंपियन मध्य प्रदेश और रेस्ट ऑफ़ इंडिया की टीम के बीच ईरानी ट्रॉफी टूर्नामेंट खेला जा रहा है. इस टूर्नामेंट में भारत के एक युवा खिलाडी ने अपने ताबड़तोड़ प्रदर्शन से सभी क्रिकेट फैंस और दिग्गज लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित कर लिया है. ईरानी ट्रॉफी टूर्नामेंट के इतिहास में इस प्यार ने एक ऐसा कारनामा करके दिखाया है जिसे आज तक कोई भी नहीं कर पाया. जानने के लिए आगे इस लेख में बने रहे….
भारतीय टीम में मौका मिलने की आस में रचा इतिहास
ईरानी ट्रॉफी टूर्नामेंट में रेस्ट ऑफ़ इंडिया टीम की तरफ से खेलते हुए स्टार क्रिकेटर यशस्वी जैसवाल ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से सभी को चकित करके रख दिया है. इस टूर्नामेंट में उनका बल्ला आग उगल रहा है. ईरानी ट्रॉफी टूर्नामेंट के पहली इनिंग में ही यशस्वी जैसवाल ने बैटिंग करते हुए दोहरा शतक ठोक डाला था. हम आपको यह बता दे की यशस्वी ने 259 गेंदों का सामना करते हुए 213 रनों की अविश्वसनीय पारी खेली थी. यशस्वी जैस्वाल ने अपनी इस दोहरी शतकीय पारी की बदौलत उनके गलों पैर खींचकर तमाचा मारा है, जो की उनकी इंडियन टीम में एंट्री पर रोक लगा रहे हैं.
ईरानी टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार हुआ है ऐसा वाख्या
भारतीय क्रिकेटर यशस्वी जैस्वाल ने ईरानी टूर्नामेंट कप की पहली इनिंग में दोहरा शतक ठोकने के बाद दूसरी पारी में शतक लगाने वाले पहले ऐसे प्लेयर बन गए हैं. साथ ही साथ हम आपको यह बता दे की यशस्वी जैस्वाल के पहले इंडियन टीम के घातक ओपनर बैट्समैन शिखर धवन और हनुमा विहारी ने दोनों पारियों में शतक लगाया था. बूत अब यशस्वी जैसवाल ने दोनों प्लेयर्स के रिकॉर्ड को तोड़कर अपना एक नया रिकॉर्ड स्थापित कर दिया है. आज तक ईरानी टूर्नामेंट कब के इतिहास में दोहरा शतक और शतक कोई भी प्लेयर नहीं लगा पाया था. लेकिन यशस्वी ने ऐसा करके दिखाया है.