इस समय खेले जा रहे भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों कि टी20 सीरीज कि कल समाप्ति हो चुकी है। इन दोनों टीमों के बीच सीरीज का आखिरी निर्णायक मुकाबला 1 फरवरी बुधवार को नरेंद्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद में खेला गया,
जहां पर भारतीय टीम के कप्तान हार्दिक पांड्या ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 4 विकेट के नुक़सान पर 234 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। इस मुकाबले में भारतीय ओपनर बल्लेबाज शुभमन गिल ने शानदार शतकीय पारी खेली।
66 रनों पर ही सिमट गई कीवी टीम
जिसके बाद भारतीय टीम द्वारा मिले 235 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड कि टीम कप्तान हार्दिक पांड्या के शानदार गेंदबाजी कि बदौलत 12.1 ओवर में केवल 66 रनों पर ही ऑल आउट हो गई और इस तरह से भारतीय टीम ने इस मुकाबले को 168 रनों के बड़े अंतराल से जीत लिया और तीन मैचों कि टी20 सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया।
हार्दिक पांड्या को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया
इस श्रृंखला के खत्म होने के बाद भारतीय टीम के कप्तान हार्दिक पांड्या को ‘मैन ऑफ द सीरीज का अवार्ड’ दिया गया हार्दिक पांड्या ने इस तीन मैचों की टी-20 श्रृंखला में 5 विकेट और 33 कि औसत से 66 रन बनाएं। मैन ऑफ द सीरीज चुने जाने के बाद कप्तान हार्दिक पांड्या ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“मुझे (मैन ऑफ द सीरीज अवॉर्ड) जीतने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन यहां कई ऐसे प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी थें जो असाधारण थें। यह मैन ऑफ द सीरीज और ट्रॉफी पूरे सपोर्ट स्टाफ को जाता है, मैं उन सभी के लिए खुश हूं। (चीजों को अलग तरीके से करने पर) सच कहूं तो मैं हमेशा इस तरह का खेल खेलता हूं। मैं पढ़ने की कोशिश करता हूं कि क्या आवश्यक है, पूर्वकल्पित विचार नहीं हैं।”
उन्होंने आगे कहा,
“अपनी कप्तानी में, मैं इसे सरल रखना चाहता हूं और अपने आप को बैक करना चाहता हूं। मेरा एक सीधा सा नियम है – अगर मैं गिरता हूं, तो मैं अपनी शर्तों पर नीचे जाऊंगा। हमने चुनौतियां लेने की बात की है। जब हमने आईपीएल फाइनल खेला तो हमें लगा कि दूसरी पारी ज्यादा मज़ेदार है लेकिन आज इस सतह पर मैं इसे सामान्य मैच बनाना चाहता था क्योंकि यह निर्णायक था। इसलिए हमने पहले बल्लेबाजी की। उम्मीद है कि हम इसी तरह का प्रदर्शन जारी रखें।”