‘मैं देर रात डर गया था…’, 18 महीने बाद भारतीय टीम में वापसी पर भावुक हुए पृथ्वी शॉ, रोते रोते बताया सिलेक्शन का पूरा किस्सा

पृथ्वी शॉ

काफी लम्बे वक्त के इंतजार के बाद स्टार बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को भारतीय टीम में मौका दिया गया है। लगातार घरेलू टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन दिखाने का फल पृथ्वी शॉ को चयन के तौर पर मिला है। न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ हो रहे तीन मैचों की टी20 सीरीज में पृथ्वी शॉ को भारतीय टीम के स्क्वाड में शामिल किया गया है। सीरीज के पहले मैच में पृथ्वी शॉ को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया, जिसकी सबसे बड़ी वजह उनके काफी लम्बे समय से भारतीय टीम से बाहर होना बताई जा रही है।

न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ शुरू होने से पहले पृथ्वी शॉ का एक पृथ्वी शॉ का एक इंटरव्यू लिया गया जहाँ पर उनके सेलेक्शन को से जूडी सारी बाते बताई। पृथ्वी शॉ के इस बयान का पूरा वीडियो बीसीसीआई ने खुद सोशल मीडिया पर शेयर किया है।

भारतीय टीम में चयन को लेकर पृथ्वी शॉ ने दिया बयान

काफी लम्बे इंतजार के बाद इंडिया टीम में वापसी की कहानी बताते हुए पृथ्वी शॉ ने अपने ब्यान में कहा,

“न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम के खिलाड़ी का चयन काफी देर रात को किया गया था। लगभग 10:30 बजे रात को सेलेक्शन किया गया होगा जिसके बाद मैंने देखा कि मेरे फोन पर काफी ज्यादा मिस कॉल आए हैं। बैंक को बता दो कि मेरे फोन पर इतना ज्यादा मैसेज थे कि मेरा फोन हैंग करने लगा। इतने मिस कॉल देख कर में काफी ज्यादा डर गया था और सोच में पड़ गया की आखिरी ऐसा क्या हो गया जो मुझे इतने सारे कॉल आ रहे हैं। उस शादी के बाद अपना फोन चेक किया कि मुझे पता लगा कि मेरा सेलेक्शन इंडियन टीम में हो चूका है। दोबारा इंडियन टीम में सेक्शन पाने के लिए यह सफर काफी ज्यादा मेरे लिए मुश्किल भरा रहा। 18 महीनों के इंतजार के बाद मुझे कमबैक करने का मौका मिला है।”

अपने सपोर्ट सिस्टम को लेकर पृथ्वी शॉ ने कही यह बात

अपने भैया ने प्रीति सोनी आगे कहा कि उनके दोस्त पिता और क्रिकेट कोच हमेशा उन्हें प्रेरित करते रहते हैं। यह लोग उनके हर तरह के सिचुएशन में साथ खड़े रहते हैं और ऐसा तब से हो रहा है जब उन्होने क्रिकेट के दुनिया में अपने कदम भी नहीं रखे थे। पृथ्वी शॉ ने कहा की,

“इंडिया टीम में दोबारा जगह पाने का सफर काफी ज्यादा मुश्किल भरा रहा है। वे लोग हमेशा से मेरे साथ खड़े रहे हैं और मुझे लगातार हिम्मत देते आए हैं। चाहे जैसी परिस्थीती हो वो मेरे साथ हमेशा खड़े रहते हैं। मैच इंडियन टीम की तरफ से खेलूं या ना खेलूं लेकिन मेरा परिवार, मेरे पिता और मेरे दोस्त कुछ हमेशा मेरे साथ खड़े रहते हैं। यह सब देखकर मैं अपने आप को काफी ज्यादा लकी महसूस करता हूं।”

दूसरी तरफ हम आपको बता दें की पृथ्वी शॉ इस समय काफी ज्यादा खतरनाक फॉर्म में चल रहे हैं जिसकी झलक हम सभी ने सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में देखी है। सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के 10 मैच में 332 रन बनाए हैं और वही अगर बात करे विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट की तो 217 रन बनाए हैं। इसके अलावा हम आपको बता दे की पृथ्वी शॉ का बल्ला रणजी ट्रॉफी टूर नवीन के मैदान में भी काफी ज्यादा बोल रहा है।

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