इस समय आईसीसी अंडर-19 महिला t20 वर्ल्ड कप खेला जा रहा है वहीं इसका टूर्नामेंट का फाइनल मैच आज भारतीय अंडर-19 महिला टीम और इंग्लैंड अंडर-19 महिला टीम के बीच सेनवेस स्टेडियम में खेला गया। जहां पर भारतीय अंडर-19 महिला टीम ने इंग्लैंड अंडर-19 महिला टीम को 7 विकेट से हराकर शानदार जीत दर्ज किया।
वहीं भारतीय टीम ने इस शानदार जीत के साथ साल 2023 का आईसीसी अंडर-19 महिला t20 वर्ल्ड कप का खिताब भी अपने नाम कर लिया। इस दौरान इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम की एक 18 वर्षीय महिला खिलाड़ी ने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को काफी प्रसन्न किया। आइए जानते हैं कौन है वह खिलाड़ी।
काफी संघर्षपूर्ण रहा जीवन
दरअसल, हम जिस भारतीय खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं बल्कि 18 वर्षीय महिला खिलाड़ी अर्चना देवी है जिन्होंने इस टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में शानदार गेंदबाजी करते हुए अपने 3 ओवर के स्पेल में 17 रन देकर दो महत्वपूर्ण विकेट लिए।
हम आपको बता दें कि, इस महिला खिलाड़ी का जीवन काफी संघर्ष पूर्वक रहा है। इस खिलाड़ी ने अपने बचपन में साल 2006 में अपने पिता को खो दिया। इसके बाद उन्होंने साल 2017 में अपने छोटे भाई को भी खो दिया। दरअसल, इनके छोटे भाई की मृत्यु सांप के काटने से हुई थी। इन्होंने अपने बचपन में काफी समस्याओं का सामना किया।
वहीं इस साल अंडर-19 महिला t20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद अर्चना देवी की मां ने इंडियन एक्सप्रेस में बात करते हुए कहा, ‘मैंने अपने 1 एकड़ के खेत में काम किया और गुजारा करने के लिए अपनी दो गायों का दूध बेचा। लोग मुझे ताने मारते थे क्योंकि मैंने अर्चना को घर से दूर गंज मुरादाबाद के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के छात्रावास में रहने के लिए भेज दिया था। वहां भर्ती होने से पहले बस का 30 रुपए का दैनिक किराया भी मुश्किल से जुगाड़ हो पाता था।’
ऐसा रहा मैच का पूरा हाल
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए इस फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम के गेंदबाजों ने काफी शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड की टीम 17.1 ओवर में केवल 68 रनों पर ही सिमटा दिया। इस दौरान इस मैच में टिटास साधू, अर्चना देवी और पार्शवी चौधरी ने दो-दो विकेट अपने नाम किए।
तथा इन सबके अलावा कप्तान शेफाली वर्मा, सोनम यादव तथा मन्नत कश्यप ने एक-एक विकेट लिया। इंग्लैंड अंडर-19 महिला टीम द्वारा मिले 69 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय अंडर-19 महिला टीम ने 3 विकेट खोकर मात्र 14 ओवर में ही इस लक्ष्य को प्राप्त कर लिया।