भारतीय क्रिकेट टीम की गलियों में कई खिलाड़ी आते जाते हैं। इस दौरान कुछ खिलाड़ी इतने ज्यादा प्रभावशाली होते हैं जो कि, कुछ ही समय के लिए टीम से जुड़ते हैं और अपनी एक अलग पहचान छोड़कर चले जाते हैं। कुछ ऐसी खूबियों वाले खिलाड़ी थे भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर बल्लेबाज मयंक अग्रवाल। हम आपको बता दें की मयंक अग्रवाल काफी कम समय के लिए इंडियन टीम का हिस्सा बने लेकिन उन्हो ने केवल कुछ ही समय में अपने परफॉर्मेंस की छाप इंडियन टीम पर छोड़ दी थी। लेकिन बदकिस्मती के कारण उनको भारतीय टीम का साथ जल्दी ही छोड़ कर जाना पड़ा। लेकिन अब एक बार फिर से मयंक अग्रवाल अपने शानदार क्रिकेट परफॉर्मेंस की वजह से सुरखियों में छाए हुए हैं।
दोहरा शतक जड़कर किया सबको अपना दीवाना
हम आपको यह बता देंगे वक्त है मयंक अग्रवाल घरेलु क्रिकेट फॉर्मेट पर काफी ज्यादा धमाकेदार परफॉर्मेंस दिखा रहे हैं। गुरुवार को केरल टीम के खिलाफ बैटिंग करते हुए मयंक अग्रवाल ने दोहरा शतक जड़ दिया। इसके अलावा हम आपको बता दे कि वह अभी भी क्रीज़ पर टिके हुए हैं। मयंक लगातार काफी शानदार बैटिंग का परफॉर्मेंस दिखा रहे हैं।
मयंक अग्रवाल की शानदार परी की बदौलत ही कर्नाटक क्रिकेट टीम तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक केला टीम के सामने 6 विकेट खोकर 410 रन बनाने में कामयाब हो पाई है। कर्नाटक टीम के कप्तान मयंक अग्रवाल ने निकीन जोश के साथ मिलकर 151 रनों की शानदार साझेदारी भी निभाई है। इस दौरान निकिन जोश ने 54 रन इसके बाद श्रेयस गोपाल ने 48 रन का महात्वपूर्ण योगदान टीम के लिए दिया है। पांचवी विकेट के लिए मयंक अग्रवाल और श्रेयस गोपाल ने मिलकर 92 रन अपनी टीम के लिए जोड़े हैं।
ये प्लेयर बना था मयंक के अंतरराष्ट्रीय करियर का कल
एक ऐसा दौर था जब भारतीय क्रिकेट टीम की तरफ से मयंक अग्रवाल ओपनिंग करने के लिए नियमित रूप से आया करते थे। मयंक ने इंडियन क्रिकेट टीम की तरफ से बैटिंग करते हुए कई टेस्ट मैच में ओपनिंग की थी। इसके अलावा हम आपको एक खास तौर पर बता दे की मयंक अग्रवाल ने अपने शुरू के 12 मैचों में ही 1 नहीं बल्की 2 दोहरे शतक जड़कर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज सर डॉ ब्रैडमैन के रिकॉर्ड को तोड़कर चकनाचूर कर दिया था।तब भी काफी ज्यादा शानदार फॉर्म में चल रहे थे लेकिन अपनी बदकिस्मती के चलते वे इंडियन टीम से बहार कर दिए गए।
हम आपको बता दें की इंडियन टीम से मयंक अग्रवाल के बहार होने का कारण उन्हीं के अजीज दोस्त केएल राहुल को कहा जाता है। क्योंकि केएल राहुल की डेब्यू करने के बाद से मयंक अग्रवाल की जगह पर हमेशा से केएल राहुल को ही राखा जाता है। यही एक कारण था जिसकी वजह से मयंक अग्रवाल को भारतीय टीम का साथ छोड़ कर बाहर होना पड़ा। दूसरी तरफ केएल राहुल का नाम मिलते मौके को काम में लेते हुए अपनी जगह इंडियन टीम में पक्की कर ली।