भारतीय क्रिकेट इतिहास के तीन ऐसे जिगरी दोस्त, जो बाद में बन गए एक दूसरे के “जानी दुश्मन”, जाने क्या थी वजह?

क्रिकेट खेलते समय सभी खिलाड़ी एक दूसरे के मित्र होते हैं, क्योंकि प्लेयर्स को सबसे ज्यादा वक्त इनहिन लोगों के साथ बीताना पड़ता है, चाहे बात ड्रेसिंग रूम में हो या क्रिकेट के मैदान पर, सभी को आपस में सकारात्मक तालमेल बनाए रखना पड़ता है। प्लेयर्स को पूरे दिन एक दूसरे से बात करनी पड़ती है, जिसकी वजह से प्लेयर्स के बीच एक पक्की दोस्ती बन जाती है। बहुत बार तो यह भी देखा गया है कि विपक्षी टीम के प्लेयर्स भी दूसरी टीम के खिलाड़ी से एक पक्की दोस्ती कर लेते हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण दोनों खिलाड़ियों के बीच में समझदारी होती है। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण हम सभी के सामने विराट कोहली और दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाड़ी एबी डिविलियर्स की बरसो पुरानी दोस्ती है।

अगर दूसरा उदाहरण की बात करे तो ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पिछले तेज गेंदबाज ब्रेट ली और भारतीय क्रिकेट टीम के महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर की दोस्ती है। हलाकी शुरूआती दिनों में दोनों प्लेयर्स के बिच थोड़ी बहुत नोकझोंक हुई थी लेकिन उन्होने अपनी समझदारी दिखाते हुए अपनी दोस्ती को कायम रखा। इस लेख के माध्यम से हम आपको आज बताएंगे की भारतीय क्रिकेट इतिहास ऐसे 3 खिलाडिय़ों के बारे में जो पहले तो काफी अच्छे दोस्त थे, लेकिन बाद में एक दूसरे के जानी दुश्मन बन गए।

1. दिनेश कार्तिक और मुरली विजय

भारतीय क्रिकेट में खेल चुके दिनेश कार्तिक और मुरली विजय दोनो ही अपने शुरूआती वक्त में तमिलनाडु टीम की तरफ से घरेलु क्रिकेट खेलते थे। एक ही राज्य के होने की वजह से दोनों प्लेयर्स में काफी घनिष्ट मित्राता थी। साल 2008 में जब आईपीएल टूर्नामेंट की शुरुआत हुई थी, तब तक दिनेश कार्तिक और मुरली विजय के बीच सब कुछ सही चल रहा था। इसके बाद जब मुरली विजय दिनेश कार्तिक की पत्नी से मिले तब मुरली विजय और दिनेश कार्तिक की पत्नी के बीच का अफेयर शुरू हो गया। उसके बाद जब दिनेश कार्तिक को इन सब बातों का पता लगा तो उन्होने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया और साथ ही मुरली विजय से अपनी दोस्ती भी खत्म कर ली। उसके बाद मुरली विजय ने दिनेश कार्तिक की पत्नी निकिता से शादी कर ली, जिस वजह से दोनों प्लेयर एक दूसरे के दुश्मन बन गए।

2. महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह दोनों ने काफी लम्बे समय तक एक साथ क्रिकेट खेला है। एक साथ क्रिकेट खेलने की वजह से दोनो प्लेयर्स के बीच काफी अच्छी दोस्ती बन गई थी। युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी एक साथ मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने के लिए आते हैं। साल 2011 के वर्ल्ड कप तक इन दोनो में काफी अच्छी दोस्ती थी, लेकिन युवराज सिंह की बीमारी की वजह से उनका फॉर्म बुरी तारिके से खराब हो गया था और वह अच्छा परफॉर्मेंस नहीं दे पर रहे थे। जिस वजह से महेंद्र सिंह धोनी ने साल 2015 में हुए वर्ल्ड कप में युवराज सिंह को अपनी टीम में शामिल नहीं किया।

2015 के विश्व कप में भारतीय टीम में न चुने जाने की वजह से युवराज सिंह के पिता ने बार-बार यह ब्यान दिया है कि महेंद्र सिंह धोनी ही युवराज सिंह का कैरियर खराब करने की वजह है। युवराज सिंह के पिता की कही इस बात से दोनों प्लेयर्स के बीच दुश्मनी का भाव पैदा होने लगा.

3. विराट कोहली और गौतम गंभीर

भारतीय क्रिकेट टीम के पिछले सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर और भारतीय क्रिकेट टीम के रन मशीन कहे जाने वाले विराट कोहली दोनों एक दूसरे के सच्चे दोस्त थे। जब विराट कोहली ने अपना पहला इंटरनेशनल क्रिकेट में शतक लगाया था तब उनके साथ क्रिज पर गौतम गंभीर मौजुद थे। लेकिन आईपीएल के एक मैच में दोनों एक दूसरे से बहस करने लगे और एक दूसरे को गा”ली देने लगे। इस घाटना के बाद दोनों की दोस्ती में बुरी तारिके से दरार आ गई। हल्का अभी दोनों प्लेयर्स एक दूसरे की इज्जत करते हैं, लेकिन दोनों प्लेयर्स में अब पहले जैसी वह दोस्ती नहीं रही।

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