भारतीय क्रिकेट टीम और बांग्लादेश क्रिकेट टीम के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मैच आज यानी 7 दिसंबर बुधवार को बांग्लादेश के शेर-ए-बांग्ला क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। इस मैच में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के कप्तान लिटन दास ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला लिया। उनका यह फैसला उनकी टीम के लिए काफी अच्छा सबित हुआ। पहले बैटिंग करते हुए बांग्लादेश क्रिकेट टीम ने 7 विकेट खोकर 271 रानों का स्कोर इंडियन टीम के सामने खड़ा किया जिसे इंडियन टीम पूरा करने में असमर्थ राही जिस वजह से बांग्लादेश क्रिकेट टीम ने दूसरे वनडे मैच को भी अपने नाम कर लिया।
कुछ इस प्रकार रही बांग्लादेश की बल्लेबाजी
टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी बांग्लादेश क्रिकेट टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। टीम के सलामी बल्लेबाज़ अनामुल हक केवल 11 रन बनाकर जल्दी ही आउट हो गए आउट हो गए। इसके बाद बांग्लादेश की टीम ने अपने 6 विकेट केवल 70 रन के स्कोर के भीतर ही लिटन दास (7), नजमुल शांतो (21), शाकिब अल हसन (8), मुशफिकुर रहीम (12) और आफिफ हुसैन (0) के रूप में गवा दिए।
इसके बाद क्रीज पर बल्लेबाजी करने उतारे मेहदी हसन और मोहम्मदुल्ला ने पारी को संभालते हुए 100 से भी ज्यादा रनो की पार्टनरशिप निभाई। उसके बाद मुहम्मदुल्ला 46 रन बनाकर उमरान मलिक के शिकार बन गए। उसके बाद मेहदी हसन ने धमाकेदार बैटिंग करते हुए शतकीय पारी खेली। हसन की इस पारी की हि बदौलत बांग्लादेश क्रिकेट टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 271 रनों का स्कोर भारतीय क्रिकेट टीम के सामने खड़ा किया।
चोटिल होने के बावजूद रोहित शर्मा ने नहीं छोड़ी उम्मीद*
बांग्लादेश क्रिकेट टीम द्वारा मील 271 रानों के लक्ष्य का पिछा करने उतरी भारतीय क्रिकेट टीम की शुरुआत भी बेहद खराब हुई। फील्डिंग करते वक्त रोहित शर्मा बूरी तरह से जाख्मी हो गए थे जिसके कारण रोहित शर्मा की जगह पर विराट कोहली को बैटिंग करने के लिए आना पड़ा। लेकिन विराट कोहली कुछ कमाल दिखाये बिना केवल 5 रन बनाकर आउट हो गये. वही शिखर धवन भी केवल 10 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। जिसके बाद वाशिंगटन सुंदर, केएल राहुल, शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर मोहम्मद सिराज, अपना विकेट लगतार गवाते चले गए।
इस दौरान इंडियन टीम के कुछ खिलाड़ियों ने लाजवाब पारी भी खेली। जेसे श्रेयस अय्यर 82 रन, और अक्षर पटेल ने 56 रन का महत्वपूर्ण योगदान दिया। लेकिन फिर भी भारतीय टीम को जीतने के लिए बहुत दौड़ने की जरूरत थी और ऊपर के सभी खिलाड़ियों ने अपना विकेट गाव दिया था। जिस वजह से कप्तान रोहित शर्मा को चोटिल होने के बावजूद भी बैटिंग करने के लिए आना पड़ा। रोहित शर्मा ने अपने आक्रामक बल्लेबाजी से की वजह से 51 रनों की लाजवाब पारी खेली, लेकिन वे टीम को जीत दिलाने में नाकाम साबित हुए। जिस वजह से भारतीय टीम को 6 रनो से हार का सामना करना पड़ा।