सीरीज खत्म होने पर सूर्य कुमार यादव ने रोहित को छोड़ इसको दिया पारी का श्रेय, खुश हुआ BCCI

सूर्य कुमार यादव

भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के बीच चल रहे तीन मैचों की सीरीज का निर्णायक मैच रविवार को खेला गया। जिसे भारतीय टीम ने 6 विकेट से जीत लिया और इसी के साथ सीरीज को भी 2-1 से अपने नाम कर लिया है। सीरीज के दो मैचों के बुरे डॉन ही टीम बाराबारी पर थी। तीसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 187 रनों का लक्ष्य रखा। जिस भारतीय टीम ने सिर्फ 19.5 ओवर में चार विकेट गावकर हासिल कर लिया। सूर्य कुमार यादव ने पुरे मैच में काफी शानदार पारी खेली।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ यह निर्णायक मुकबाला काफ़ी रोमांचक रहा

इस मुकबले में भारत को आखिरी ओवर में 11 रनो की जरुरत थी। उस समय क्रीज पर हार्दिक पांड्या और विराट कोहली मौजूद थे। आखिरी ओवर बॉलिंग करने के लिए डेनियल सैम्स को दी गई थी। पहली गेंद पर विराट कोहली ने एक शानदार छक्का लगाया। हलांकी इसके अगले गेंद में वह एरोन फिंच को अपना कैच थमा बैठे। दिनेश कार्तिक ने अगले गेंद पर एक रन लिया।लास्ट के बच्चे तीन बॉल पर भारत को 4 रनों की जरूरत थी। ओवर की 5वी बॉल में सैम्स ने वाइड यॉर्कर फेकने का प्रयास किया लेकिन गेंद हार्दिक पांड्या के बल्ले से लगते हुए 4 रन के लिए चला गया। और इस तरह भारत ने ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिए गए लक्ष्य को पूरा कर जीत हासिल की।

ऑस्ट्रेलिया की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए कैमरन ग्रीन ने 21 गेंडन पर 52 रानो की पारी खेली। जवाब में भारतीय टीम ने 19.5 ओवर में चार विकेट खोकर ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिए गए लक्ष्य को हसिल कर लिया। भारत की तरफ से सूर्य कुमार यादव ने 36 गेंदों में नॉन स्टॉप 69 रन बनाए। और विराट कोहली ने 48 गेंदों में 63 रनों की नाबाद पारि खेली।

शॉट सेलेक्शन को सूर्य कुमार यादव ने दिया महत्व

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे मैच में सूर्य कुमार यादव के बल्ले से लाजबाब शॉट देखने को मिले उन्होन मात्र 36 गेंद में 69 रनो की नाबाद पारी खेली। अपने शानदार प्रदर्शन के कारण उन्को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ के अवार्ड से नवाजा गया।

सूर्य कुमार यादव ने अपने पोस्ट मैच प्रोजेक्शन में कहा,

” मुझे लगता है कि उस स्थिति पर मैंने गेंदबाज के खिलाफ अपना मौका लेना पसंद किया, मेरे दिमाग में दो तीन शॉट थे। लेकिन फिर भी मैंने मिड ऑफ की ओर हिट करने की कोशिश की। मेरी मानसिकता बहुत स्पष्ट है, मुझे चौथे नंबर का खिलाड़ी बनना पसंद है, उस समय कठिन परिस्थिति उत्पन्न होती है, ऐसे में आपको थोड़ा स्मार्ट भी होना पड़ता है।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top