भारतीय क्रिकेट टीम और दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के बीच चल रही तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच 6 अक्टूबर को लखनऊ शहर के एकाना स्टेडियम में खेला गया। टॉस पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम ने भारतीय टीम को 250 रन का लक्ष्य दिया। दक्षिण अफ्रीका द्वारा दिया गए लक्ष्य को पूरा करने के लिए भारतीय टीम 40 ओवर में केवल 240 रन ही बना सकी है। भारतीय टीम की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए संजू सैमसन ने 63 गेंद पर 86 रनों की नाबाद पारी खेली,लेकिन वह टीम को जीत नहीं दिला सके और भारत को 9 रन से हार का सामना करना पड़ा।
खेल बदल कर रख दिया मिलर और क्लासेन की पार्टनरशिप ने
दक्षिण अफ्रीका टीम से बल्लेबाजी करते हुए डेविड मिलर ने नाबाद 75 रन और हेनरीक क्लासेन का नाबाद 74 रनों की आतिशि पारी खेली और भारतीय टीम के सामने 40 ओवर में 249 रानो का स्कोर खड़ा कर दिया। दक्षिण अफ्रीका टीम ने 110 रनों के स्कोर पर 4 विकेट गवा दिए थे और इस्के बाद बल्लेबाजी करने उतरे डेविड मिलर ने 63 गेंदें में 5 चौके और 3 छक्कों की मदद से 75 रन बनाए, पांचवी विकेट से पहले दोंनों के बिच 139 रानो की साझेदारी रही जिस्की वजह से दक्षिण अफ्रीका टीम 250 रन का लक्ष्य भारत के सामने रख पाई।भारतीय टीम की तरफ से गेंदबाजी करते हुए शार्दुल ठाकुर ने 8 ओवर में 35 रन देकर 2 विकेट चटकाए।
“मैंने भारतीय टीम के गेंदबाजों को हमेशा तोड़ा है”-हेनरिक क्लासेन
अपनी मैच विनिंग शानदार पाईरी की बदौलत हेनरिक क्लासेन को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ अवॉर्ड्स से नवाजा गया।मैच के बाद पोस्ट मैच प्रोजेक्शन में कहा की,
जब उनसे पूछा गया की कौन से हलत में बल्लेबाजी करना आसन था..? तब हेनरिक ने कहा कि,
“बिलकुल नहीं, गेंद आगे बढ़ रही थी और मेरे पास आने से ठीक पहले स्विंग हो रही थी ये आसन नहीं था। लेकिन हमने नेट प्रैक्टिस पर बहुत ध्यान दिया था, जिसके कारन मैं भारतीय टीम के खिलाफ अच्छा रिकॉर्ड खेलने में कामयाब रहा हूं।”
हेनरिक क्लासेन ने इस एक दिवसीय मैच के बाद अपना चौथा 50 का पुरा किया है, जिसमे उन्हें सिर्फ 52 गेंद लगी। डेथ ओवर मेन बॉलिंग खराब रही जिससे मिलर और क्लासेन ने सिर्फ़ 84 गेंदो पर अपनी शतकीय पार्टनरशिप पूरी की। मैच के दौरान भारतीय टीम का क्षेत्ररक्षण प्रदर्शन बहुत खराब रहा और खिलाड़ियों ने चार कैच भी छोड़ दिए।