इन दिनों भारत में घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट खेले जा रहे हैं। जिसमें कई युवा और टैलेंटेड खिलाड़ी अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को अपना दीवाना बना रहे हैं जिनमें एक नाम क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर का भी शामिल है।
अर्जुन तेंदुलकर को लोग अक्सर करते रहते थे और उन्हें कहते थे कि उनके अंदर कोई टैलेंट नहीं है वह अपने पिता की वजह से क्रिकेट में आए हैं परंतु इन्होंने रणजी ट्रॉफी के अपने डेब्यू मैच में ही बल्लेबाजी और गेंदबाजी से शानदार प्रदर्शन कर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है।
अर्जुन तेंदुलकर की शानदार बल्लेबाजी
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने भारतीय घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट सैयद मुस्ताक अली t20 ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन इसके बावजूद भी उनके बल्ले से कोई बड़ी पारी नहीं निकली थी, परंतु रणजी ट्रॉफी चैंपियन मैच में ही इन्होंने अपने बल्ले से एक बड़ी भारी निकालते हुए शानदार शतक जड़ दिया।
अर्जुन तेंदुलकर ने अपने डेब्यू मैच में ही शानदार 120 रनों की शतकीय पारी खेली। अर्जुन तेंदुलकर के शानदार सबकी पारी से गोवा टीम ने अपने स्कोरबोर्ड पर 547 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया।
अर्जुन तेंदुलकर ने गेंद से मचाया कोहराम
रणजी ट्रॉफी में अर्जुन तेंदुलकर ने अपने डेब्यू मैच में अपने बल्लेबाजी के दौरान शानदार शतक की पारी खेलने के बाद अपनी गेंदबाजी में भी शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए 2 विकेट अपने नाम किए जिसमें 1 विकेट हीटर बैट्समैन माने जाने वाले महिपाल लोमरोर का था जिन्होंने 156 गेंदों में 63 रनों की पारी खेली। लोमरोर ने अपने इस पारी के दौरान 8 चौके और एक छक्का लगाए थे।
योगराज सिंह से ली है ट्रेनिंग
अर्जुन तेंदुलकर ने सिक्सर किंग कहे जाने वाले युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह से क्रिकेटिंग के गुण सीखे हैं। योगराज सिंह ने इससे पहले अपने बेटे युवराज सिंह को ट्रेनिंग दी थी जो कि भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज रह चुके हैं। वही अर्जित दिल कल का आईपीएल मुंबई इंडियंस अपनी टीम में रिटेन किया है। अब यह देखना बाकी है कि मुंबई इंडियंस ने प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाती है या फिर बेंच पर ही बैठा रखती है।