दुनिया भर के सभी आक्रामक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श मानते हैं। वीरेंद्र सहवाग के करियर पर सचिन तेंदुलकर का अहम योगदान रहा है। वीरेंद्र सहवाग सचिन तेंदुलकर जैसा बल्लेबाज बन्ना चाहते थे, उन्होने अपने प्योर क्रिकेट कैरियर में सचिन के 259 पर चलकर इतनी बड़ी बुलंदी हासिल की है। इन बातो को वीरेंद्र सहवाग ने खुद काई बार कबूला है। वनडे क्रिकेट इतिहास में सचिन तेंदुलकर एक ऐसे बल्लेबाज थे जिनहोने दोहरा अर्धशतक लगाया था। उसके बाद वीरेंद्र सहवाग ने भी यह करिश्मा करके दिखाया था।
साल 2011 की बात है, जब भारतीय क्रिकेट टीम और वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के बीच इंदौर में वनडे मैच खेला जा रहा था, जहां पर वीरेंद्र सहवाग ने दोहरा शतक लगाया और उसके बाद वनडे इतिहास के दूसरे ऐसे बल्लेबाज़ बन गए, जिसने एक वनडे मैच में दोहरा शतक लगाया था। सहवाग से पहले सचिन तेंदुलकर ने साल 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर में मैच खेलते हुए यह करिश्मा करके दिखाया था।
होलकर स्टेडियम में मचाई थी धूम
भारतीय क्रिकेट टीम और वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के बीच साल 2011 में इंदौर के होल्कर स्टेडियम में एक वनडे मैच खेला गया था। उस समय भारतीय क्रिकेट टीम के महान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मैच में नही खेल पाए थे जिनके रिप्लेसमेंट खिलाड़ी के तौर पर सहवाग को टीम का कप्तान बनाया गया था। टॉस जीतकर वीरेंद्र सहवाग ने पहले बैटिंग करने का फैसला लिया। हम आपको बता दें कि धोनी के साथ-साथ सचिन तेंदुलकर भी इस मैच में नहीं खेल रहे थे। जिस वजह से गौतम गंभीर ने वीरेंद्र सहवाग के साथ ओपनिंग बैटिंग की. इन दोनो ने मिलकर पहले विकेट के लिए 176 रनों की साझेदारी निभाई।
गौतम गंभीर भारतीय टीम के लिए 67 रन बनाकर पवेलियन लौट गए लेकिन सहवाग अपने खतरनाक फॉर्म में क्रीज पर मौजुद थे और अपनी बैटिंग से वेस्टइंडीज के गेंदबाजों की कमर तोड़कर राखी थी। इसके बाद सहवाग 47 ओवर की तीसरी गेंद पर आउट हो गए। लेकिन आउट होने से पहले सहवाग ने इंडियन टीम की तरफ से अविश्वसनीय बैटिंग करते हुए दोहरा शतक जड़ दिया था। सहवाग ने केवल 149 गेंद का सामना करते हुए 25 चौके और 7 गगनचुम्बी छक्कों की मदद से 219 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी।
भारतीय टीम में जीता था मैच
वीरेंद्र सहवाग की अविश्वसनीय पारी की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने निर्धारित 50 ओवर में केवल 5 विकेट खोकर 418 रनों का स्कोर वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के सामने खड़ा किया था। भारतीय क्रिकेट टीम द्वारा दिए गए लक्ष्य को वेस्टइंडीज पूरा करने में बुरी तरह से नाकाम साबित हुई और 49.2 ओवर में केवल 265 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। भारतीय टीम की तरफ से गेंदबाजी कराते हुए रवींद्र जडेजा और राहुल शर्मा ने 3-3 विकेट हासिल किए थे, वही सुरेश रैना ने 2 विकेट और रविचंद्रन अश्विन ने 1 विकेट चटकाया था।