आखिरकार खुल गया राज इस वजह से संजू सैमसन को बाहर कर चयनकर्ता हमेशा ऋषभ पंत को देते हैं मौका

संजू सैमसन

इस समय भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन को लेकर काफी विवाद हो रहा है। जब भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी थे, तो उस समय इस पर कोई विवाद नहीं था, लेकिन जब महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया तब से यह कंफर्म नहीं हो पा रहा है कि भारतीय टीम का अगला विकेटकीपर कौन होगा। जिसके वजह से यह विवाद हो रहा है कि भारतीय टीम में इस समय विकेटकीपर बल्लेबाज कौन शामिल होगा।

ऋषभ पंत और संजू सैमसन दोनों है प्रबल दावेदार

पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद दो युवा विकेटकीपर बल्लेबाज भारतीय टीम में विकेटकीपिंग के प्रबल दावेदार प्रस्तुत कर रहे हैं। जहां पर एक तरफ दिल्ली कैपिटल के कप्तान ऋषभ पंत तो वहीं दूसरी तरफ राजस्थान रायल्स के कप्तान संजू सैमसन है। अब तक दोनों बल्लेबाजों के बीच में देखा गया है कि दोनों में से ऋषभ पंत को सबसे अधिक मौका मिला है वही आगे देखा जाएगा कि क्या होता है।

प्लेइंग इलेवन में ऋषभ पंत को क्यों ज्यादा मौका मिले

आपको बता दें कि भारतीय टीम के प्लेइंग इलेवन में ऋषभ पंत को इसलिए मौका दिया जाता है क्योंकि वह बाएं हाथ के बल्लेबाज है। क्योंकि भारतीय टीम में अधिकतर बल्लेबाज दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। और दूसरा कारण यह है कि ऋषभ पंत का टीम डेब्यू संजू सैमसन से बेहतर हुआ था।

कैसा रहा है दोनों का अब तक का प्रदर्शन

विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने भारत के लिए अभी तक 91 टेस्ट टेस्ट मैचों में 2123 रन बनाया है इस दौरान का स्ट्राइक रेट 72.65 का रहा है। वही एकदिवसीय मैचों में ऋषभ पंत ने अभी तक 29 मैच खेले हैं जिसमें 855 रन बनाए हैं इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 107.54 का रहा है। और इसके अलावा ऋषभ पंत 66 टी-20 मैचों में 987 रन बनाया है इस तरह उनका स्ट्राइक रेट 126 का रहा है।

वहीं अगर दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन के बाद के इस आया तो उन्होंने अभी तक 11 वनडे मैचों में 330 रन बनाए हैं। वहीं 16 t20 मैचों में 296 रन बनाए हैं। इस समय मौके पर ऋषभ पंत खराब फार्म में चल रहे हैं और संजू सैमसन बढ़िया फार्म में चल रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top